उत्तराखंड: हरिद्वार में ‘इंडियन एआई समिट’- ओम बिरला और सीएम धामी का आध्यात्मिक समावेशन पर जोर

उत्तराखंड में ‘इंडियन एआई समिट’ का आयोजन – ओम बिरला और सीएम धामी ने आध्यात्मिक समावेशन का दिया महत्व
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कम शब्दों में कहें तो, हरिद्वार में आयोजित इंडियन एआई समिट में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एआई के आध्यात्मिक समावेशन की आवश्यकता पर जोर दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन देवसंस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा किया गया था।
हरिद्वार: भारतीय राजनीति और तकनीकी विकास का एक नया आयाम देखने को मिला जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देवसंस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 'इंडियन एआई समिट' में भाग लिया। इस कार्यक्रम की शुरुआत लोकसभा अध्यक्ष और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसमें देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या भी शामिल थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का महत्वपूर्ण संदेश
अपने संबोधन में, ओम बिरला ने कहा, "आधुनिक युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। इसका उपयोग न केवल तकनीकी क्षेत्र में, बल्कि शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग जैसे कई अन्य क्षेत्रों में भी हो रहा है।" उन्होंने एआई के आध्यात्मिक मूल्यों के साथ समावेशन की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यह जरूरी है कि भारत अपने ज्ञान और संस्कृति को एआई के माध्यम से दुनिया तक पहुँचाये।
सीएम पुष्कर सिंह धामी की सराहना
मुख्यमंत्री धामी ने इस प्रकार के आयोजन के लिए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति में ज्ञान, विज्ञान और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है। उन्होंने आगे कहा कि "हमारी सनातन संस्कृति केवल आस्था पर आधारित नहीं है, बल्कि यह गहरे वैज्ञानिक विचार और शोध का परिणाम है।" उनके अनुसार, एआई विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रहा है, जो हमारे दैनिक जीवन को आसान बना रहा है।
एआई विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण राय
समिट में संयुक्त राष्ट्र द्वारा बनाए गए आस्था और एआई आयोग के एशिया क्षेत्र के कमिश्नर डॉ. चिन्मय पंड्या ने बताया कि कैसे एआई न केवल तकनीकी क्षेत्र में बल्कि शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग और सुरक्षा के क्षेत्र भी क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है। उन्होंने इसके साथ जुड़ी नैतिकता, गोपनीयता, और डेटा सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर भी विचार किया।
स्विट्जरलैंड के इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन के सेक्रेटरी जनरल मार्टिल चुंगोंग ने वीडियो संदेश के माध्यम से एआई की वैश्विक भूमिका को स्पष्ट किया। इस अवसर पर, भारत सरकार के एआई मिशन के सीईओ डॉ. अभिषेक सिंह, विलियम जोन्स, और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सचिन चतुर्वेदी जैसे कई प्रमुख विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
समापन कार्यक्रम और उपस्थित जनसमूह
इस समिट में विधायक मदन कौशिक, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, और अन्य कई मंत्रीगण, छात्र-छात्राएं और उपस्थित गणमान्य लोग मौजूद रहे। उन्होंने इस अवसर पर एआई से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और इसके सकारात्मक उपयोग के लिए सुझाव दिए।
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सादर, टीम नैनीताल समाचार, राधिका शर्मा
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