टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया
ऋषिकेश: उत्तराखंड राज्य के कल्याण और विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया। उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के योगदान का ड्राफ्ट भेंट किया। इस अवसर पर टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (वित्त), सिपन कुमार गर्ग भी उपस्थित थे।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर. के. विश्नोई ने उत्तराखंड की प्रगति और कल्याण हेतु निगम की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड न केवल विकासात्मक पहलों के माध्यम से, बल्कि सतत मानवीय और सामाजिक पहलों के माध्यम से भी राज्य एवं उसके लोगों के प्रति अपने समर्थन में दृढ़ है।
यह योगदान टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के कर्मचारियों की सामूहिक भावना को दर्शाता है। जिन्होंने इस नेक कार्य के लिए अपना एक दिन का वेतन देकर आवश्यकता के समय अपना योगदान दिया है ।
The post टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया appeared first on .
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0
Related Posts
आशारोड़ी-झाझरा व रिस्पना-विंदाल एलिवेटेड कॉरीडोरः जिला प...
Nainital Samachar ... Dec 5, 2025 121 501.8k
“एक ट्वीट से होता है तत्काल समाधान”-सीएम धामी ने बताया ...
Nainital Samachar ... Dec 9, 2025 167 501.8k
पिता की मृत्यु उपरान्त पढाई पर आया संकट; डीएम तक आया मा...
Nainital Samachar ... Nov 19, 2025 154 501.8k
यूकास्ट द्वारा प्रदेश स्तर पर प्रथम विज्ञान एवं प्रौद्य...
Nainital Samachar ... Dec 1, 2025 112 501.8k
द पॉली किड्स डालनवाला ने धूमधाम से मनाया वार्षिक समारोह
Nainital Samachar ... Nov 17, 2025 153 501.8k
हल्द्वानी में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष–2025 का भव्य...
Nainital Samachar ... Nov 27, 2025 143 501.8k
-
Aditi IyerHolding authorities accountable is part of a healthy democracy.2 months agoReplyLike (152) -
Aaradhya BhatHow does this affect family planning or financial management?2 months agoReplyLike (153) -
Jaya VyasThanks for providing a clear and concise update on this.2 months agoReplyLike (150) -
Amaira JainThis news item certainly gives us food for thought.2 months agoReplyLike (122) -
Madhuri ChawlaWe need to weigh the pros and cons carefully.2 months agoReplyLike (180) -
Nishita NandaIske possible positive aur negative consequences kya ho sakte hain?2 months agoReplyLike (94)